झूलाघाट (पिथौरागढ़)। पिछले कई माह से बंद झूलाघाट-बलतड़ी सड़क न खुलने से क्षेत्रवासी परेशान हैं। पैदल आवाजाही के लिए मजबूर क्षेत्रवासियों ने शीघ्र सड़क न खोलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीं झूलाघाट सड़क पर बने गड्ढे परेशानी का सबब बन गए हैं।
छह गांवों को जोड़ने वाली झूलाघाट-बलतड़ी सड़क में भारी मात्रा में मलबा आया है। सड़क बंद होने के कारण ग्रामीणों को पैदल आवाजाही करनी पड़ रही है। क्षेत्र तक राशन सहित अन्य जरूरी सामान की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में सस्ते गल्ले का राशन भी नहीं मिल पा रहा है। सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों, बीमार, बुजुर्गों को हो रही है। विभाग के अधिकारियों को कई बार कहने के बाद भी सड़क मार्ग नहीं खोला गया है। बलतड़ी की प्रधान पूजा भट्ट ने कहा कि तीन दिन के अंदर सड़क में गिरा मलबा नहीं हटाया गया तो ग्रामीण क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन करेंगे। जरूरत पड़ी तो जिला मुख्यालय में भी आंदोलन किया जाएगा।
वहीं भारत-नेपाल सीमा को जोड़ने वाली पिथौरागढ़-झूलाघाट सड़क गड्ढों से भरी है। कई जगह गहरे गड्ढों के कारण आवाजाही में लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सड़क के गड्ढों से वाहन बचाना मुश्किल हो रहा है। इस कारण झूलाघाट मार्ग पर आवाजाही खतरनाक बनी है। करीब 42 किमी लंबी इस सड़क पर हर कदम पर बने गड्ढे यात्रियों की परीक्षा लेते हैं। हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गोबाड़ी ने बताया कि सड़क पर वाहन चलाना खतरों से खाली नहीं है। सड़क की दशा सुधारी जानी चाहिए।
फडियाली-पभ्या सड़क निर्माण के लिए राशि का इंतजार
गणाईगंगोली (पिथौरागढ़)। गणाई तहसील के फडियाली-पभ्या के लोगों को अब सड़क सुविधा से वंचित नहीं होना पड़ेगा। आठ माह पहले इस सड़क को सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने के बाद अब विभाग को शासन से राशि मिलने का इंतजार है। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। दशकों से फडियाली-पभ्या के लोग सड़क निर्माण की मांग करते रहे हैं। लंबी लड़ाई के बाद तीन किमी लंबी इस सड़क को सितंबर 2021 में सैद्धांतिक स्वीकृति मिली, लेकिन आठ माह बाद भी राशि के अभाव में सड़क निर्माण की कार्यवाही लंबित है। सड़क न होने से गांव के कई लोग पहले ही हल्द्वानी और यूपी के शहरों में पलायन कर चुके हैं। फडियाली-पभ्या के लोग बीमारों को डोली में बैठाकर सड़क तक लाते हैं। सामान को भी अपनी पीठ पर लादकर बाजार से घर तक पहुंचाते हैं। सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं को होती है। विभाग का कहना है कि शासन से सड़क के लिए राशि मिलते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
सड़क पर बने गड्ढे लोगों के लिए मुसीबत
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