हल्द्वानी। स्मैक की बड़ी खेप के साथ पुलिस ने दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। एक तस्कर यूपी के बदायूं और दूसरा बरेली का रहने वाला है। दोनों को तस्करी का रास्ता दिखाने वाला मुख्य स्मैक विक्रेता का बेटा उन्हीं के साथ लेबर बनकर काम कर रहा था जो अब फरार है। गिरफ्तार दोनों तस्करों को पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।कोतवाली पुलिस और एसओजी की टीम ने 350 ग्राम स्मैक के साथ दो स्मैक तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह कुमाऊं में अब तक की दूसरी सबसे बड़ी रिकवरी है। गिरफ्तार एक तस्कर अशरफीलाल यूपी के बरेली स्थित मीरगंज तहसील के गांव चमरोहा का रहने वाला है जबकि दूसरा शिवकुमार बदायूं की दातागंज तसहील के गांव नूरपुर का निवासी है।
एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि अशरफीलाल के पास से पुलिस को 237.03 ग्राम स्मैक और शिव कुमार के पास से 112.44 स्मैक बरामद की है। जब्त स्मैक की कीमत करीब 35 लाख रुपये है। दोनों तस्कर हल्द्वानी में ही रहकर राजमिस्त्री का काम करते थे। एसपी सिटी हरबंस सिंह ने बताया कि जनवरी से अब तक पुलिस 3.50 किलो स्मैक बरामद की जा चुकी है। प्रेस वार्ता के दौरान सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी ने बताया कि दोनों तस्कर बरेली के ही फतेहगंज पश्चिमी के फईम अंसारी से स्मैक खरीदकर लाए थे। साथ ही इसकी बिक्री हल्द्वानी, रुद्रपुर और रामनगर में करने वाले थे। पुलिस पूछताछ में तस्कर अशरफीलाल ने बताया कि वह शिव कुमार के साथ साल 2002 से हल्द्वानी में रहकर राजमिस्त्री का काम करता है। उनके साथ काम करने वाले लेबर ने ही उन्हें कम मेहनत में ज्यादा मुनाफा कमाने लालच दिया और स्मैक तस्करी में लिप्त करा दिया। स्मैक खरीदने के लिए उसने पत्नी के जेवर गिरवी रखे और ब्याज पर भी रुपये उठाए। पहली बार तस्करी करने पर दोनों को दो-दो हजार रुपये का मुनाफा हुआ था। दूसरी बार वे फंस गए।
स्मैक विक्रेता का बेटा ही था लेबर साथी
दोनों तस्करों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में जब लेबर साथी का जिक्र आया तो छानबीन शुरू हुई। पुलिस के मुताबिक जिस श्रमिक ने तस्करी की सलाह दी थी वह फतेहगंज पश्चिमी के ही स्मैक तस्कर फईम अंसारी का बेटा है। पुलिस ने फईम अंसारी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसके अलावा उसके बेटे की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी है।
यूपी में सख्ती के बाद उत्तराखंड में फैल रहा तस्करों का जाल
पिछले साल बरेली पुलिस ने स्मैक तस्करों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी। इस दौरान बरेली के फतेहगंज पश्चिमी के कई स्मैक तस्करों को पुलिस ने आडे़े हाथ लेते हुए उनकी करोड़ों की संपत्ति पर बुल्डोजर चलाया था। फतेहगंज पश्चिमी के स्मैक तस्कर नन्हे लंगड़ा, उस्मान और उसकी पत्नी रेहाना के अलावा रिफाकत को ड्रग माफिया भी घोषित किया जा चुका है। वहीं शाहिद उर्फ कल्लू और उसकी पत्नी इमराना के खिलाफ भी स्मैक तस्करी के चलते कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है। सभी तस्कर फिलहाल जेल में हैं लेकिन उनका नेक्सस बरकरार है जो उत्तराखंड को मादक पदार्थों की मंडी बनाता जा रहा है।
350 ग्राम स्मैक के साथ दो मिस्त्री गिरफ्तार
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