Vastu Tips For Kitchen: रसोई में इन महत्वपूर्ण नियमों का पालन करें, मिलेगा मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद
Kitchen Vastu Tips: भारतीय घरों में रसोई को पवित्र स्थान माना जाता है, क्योंकि इसे मां अन्नपूर्णा का निवास समझा जाता है। मान्यता है कि जिस घर की रसोई वास्तु के अनुरूप होती है, वहां स्वास्थ्य, धन और समृद्धि का प्रवाह बना रहता है। वहीं, यदि रसोई में अव्यवस्था या गलत दिशा का उपयोग हो, तो इसका प्रभाव घर के आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी पहलुओं पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है।
इसलिए रसोईघर में कुछ महत्वपूर्ण वास्तु नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। आइए जानें वे उपाय, जिनका ध्यान रखने से परिवार में सुख-शांति और बरकत बनी रहती है।
🍚 अन्न के बर्तन कभी न रखें खाली
वास्तु शास्त्र में अनाज के बर्तन का खाली होना अशुभ माना गया है।
यह घर में धन की कमी और अभाव का संकेत देता है।
इसलिए अनाज के डिब्बों में थोड़ा-सा अन्न हमेशा रखा जाए, ताकि घर में बरकत बनी रहे।
🍽 रसोई में टूटी-फूटी वस्तुएं न रखें
रसोई में टूटे-फूटे बर्तन, कप या अन्य वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत मानी जाती हैं।
इनसे घर में तनाव, कलह और अशांति का माहौल बन सकता है।
खाना भी कभी टूटी हुई थाली या कटोरी में नहीं परोसना चाहिए।
ऐसा करने से रोग बढ़ते हैं और घर की सकारात्मक ऊर्जा कमजोर होती है।
🙏 भोजन से पहले करें त्रिकोण और मां अन्नपूर्णा का ध्यान
वास्तु के अनुसार, भोजन करने से पहले थाली के नीचे पानी से त्रिकोण चिन्ह बनाना शुभ माना जाता है।
इसके बाद मां अन्नपूर्णा का आभार व्यक्त कर भोजन ग्रहण करना चाहिए।
यह न केवल भोजन को पवित्र बनाता है, बल्कि देवी का आशीर्वाद भी लगातार मिलता रहता है।
🚫 जूठे बर्तन बेडरूम में न रखें
वास्तु शास्त्र में बेडरूम में जूठे बर्तन रखने को अत्यंत अशुभ बताया गया है।
पलंग के नीचे या सिरहाने जूठे बर्तन रखना नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
इसके अलावा, बेडरूम में भोजन करना भी आर्थिक नुकसान और स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
वास्तु सुझाव देता है कि घर के सभी सदस्यों को एक साथ बैठकर भोजन करना चाहिए।
इससे घर में प्रेम, सौहार्द और सकारात्मक वातावरण बना रहता है।
रसोई को घर का हृदय माना गया है, इसलिए इसे साफ-सुथरा, व्यवस्थित और वास्तु अनुरूप रखना अत्यंत आवश्यक है। इन सरल उपायों का पालन करने से मां अन्नपूर्णा की कृपा सदैव घर पर बनी रहती है और सुख-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।