Tuesday, November 5, 2024
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धौलादेवी में ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार

धौलादेवी/चौखुटिया (अल्मोड़ा)। विकासखंड में तैनात ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों (वीपीडीओ) ने मंगलवार से बेमियादी कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। उन्होंने वीडीओ और वीपीडीओ के कार्यों के एकीकरण का विरोध कर बीडीओ कार्यालय में ज्ञापन दिया। कार्य बहिष्कार करते हुए वीपीडीओ ने कहा कि उन्हें विश्वास में लिए बगैर शासन ने वीडीओ और वीपीडीओ के कार्यों के एकीकरण का फैसला लिया है जो उनकी अनदेखी है। अगर शासन दोनों पदों का कार्य एक समान मानता है तो उसे दोनों में से एक पद को मृत घोषित करने के साथ ही ग्राम स्तर से शासन स्तर तक के पदों का ढांचा तैयार करना चाहिए।
कहा कि पूर्व में पंचायती राज, कृषि सहकारिता, समाज कल्याण आदि विभागों के एडीओ को बीडीओ के पद पर पदोन्नति मिलती थी लेकिन ग्राम विकास विभाग के पुनर्गठन के बाद यह व्यवस्था समाप्त कर दी गई। इसके उलट वीपीडीओ, वीडीओ, कृषि सहकारिता विभाग में तैनात कर्मचारियों के एकीकरण का निर्णय लिया जा रहा है, जो नियमों के विरुद्ध है। इस दौरान पीयूष सिंह नेगी, महेश तिवारी, राजेश वर्मा, देवेंद्र पाल, मुकेश कुमार, त्रिभुवन भट्ट, आशीष कांडपाल, मुकेश नैनवाल, रक्षित जोशी आदि शामिल रहे। चौखुटिया के वीपीडीओ ने भी इन्हीं मांगों के लिए बीडीओ दिलमणि जोशी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मनोज उपाध्याय, सुबोध कांडपाल, ललित कैड़ा, उदय प्रकाश जोशी, नवल किशोर जोशी, अनुराग रावत आदि शामिल थे।
वीपीडीओ का कार्य बहिष्कार शुरू
बागेश्वर। वीपीडीओ ने कार्यात्मक विलय के आदेश के विरोध में मंगलवार से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। इन लोगों ने पूर्ण विलय की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव कुमार सिंह के नेतृत्व में विकास भवन में एकत्र वीपीडीओ ने सरकार के इस निर्णय के विरोध में नारेबाजी कर धरना दिया। वहां हुई सभा में संगठन के अध्यक्ष गौरव ने कहा कि 16 जनवरी को अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास ने वीडीओ और वीपीडीओ के कार्यात्मक विलय का आदेश जारी किया है। यह आदेश अव्यावहारिक है। इससे वीपीडीओ के हित प्रभावित होंगे। महामंत्री सुनील पांडे ने कहा कि कार्यात्मक विलय के स्थान पर पूर्ण विलय होना चाहिए। यह निर्णय लागू हुआ तो ग्राम पंचायत में वीडीओ या वीपीडीओ में से एक ही कार्यरत रहेगा। इससे वीपीडीओ की पदोन्नति भी प्रभावित होगी। इसलिए कार्यात्मक विलय ग्राम वीपीडीओ को कतई मंजूर नहीं है। पूर्ण एकीकरण होना चाहिए। अन्यथा यथास्थिति बरकरार रखनी चाहिए। कहा कि मांग पूरी होने तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। राजन चंद्र जोशी, इंदिरा गढ़िया, यशवीर असवाल, मनोहर रावत, हेमा जोशी, भगवती कपकोटी, मनोज गोस्वामी, भास्करानंद पाठक, ललिता गोस्वामी, नेहा गंगवार आदि धरने पर बैठे।

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