विधानसभा में विवादित बैकडोर भर्तियों के मामले में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल अपनी ही पार्टी में अलग थलग पड़ गए। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने भी विस की भर्तियों को भ्रष्टाचार की श्रेणी में रख दिया है। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद अब राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी विस की भर्तियों पर तीखे सवाल उठाए हैं। पूर्व सीएम रावत कैंप के सिपहसालार कुंजवाल के लिए मुश्किल यह है कि जहां प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में करीब करीब सभी नेता परोक्ष रूप से कुंजवाल पर भी निशाना साध रहे हैं। वहीं पूर्व सीएम रावत ने भर्ती घपलों पर दो महीने के लिए मौन साध लिया है। प्रियंका के ताजा हमले के बाद कांग्रेस विस की भर्तियों को लेकर और भी मुखर हो गई है। दूसरी तरफ, कुंजवाल भी फिलहाल बैकफुट पर हैं। उनका शुरू से कहना है कि जांच कमेटी का गठन किया है।
विस की भर्तियों में जिन-जिन प्रभावशाली लोगों ने अपने नाते-रिश्तेदारों को नौकरियां बांटी हैं, वो तत्काल इस्तीफे दिलाएं, और वो खुद राजनीति जीवन से संन्यास ले लें। वो चाहे भाजपा के लोग हों या फिर कांग्रेस के। सरकार सभी भर्तियों की कमेटी से जांच कराने के बजाए हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई की जांच कराए। – करन माहरा, प्रदेश अध्यक्ष-कांग्रेस
अपनी ही कांग्रेस पार्टी में अलग थलग पड़ गए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, बैकडोर भर्ती में उछला था नाम
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