काशीपुर। शिक्षा विभाग ने आखिरकार शहर के 103 साल पुराने जीर्णशीर्ण राजकीय प्राथमिक विद्यालय की दशा सुधार दी। विद्यालय का कायाकल्प जिला परियोजना के तहत 14 लाख रुपये से किया गया है।मोहल्ला कटोराताल स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय कटोराताल एक शताब्दी से अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा था। कक्ष कक्षा से लेकर मुख्य गेट तक जीर्णशीर्ण हो चुके थे। यह स्कूल 1919 में बनाया गया था। वक्त गुजरने के साथ ही स्कूल की दशा खराब होने लगी थी। शौचालय खस्ताहाल हो गया था। परिसर में घास उग आई थी।स्कूल के सहायक अध्यापक हरिओम सिंह ने बताया कि स्कूल के कायाकल्प के लिए काफी प्रयास पर विभाग ने स्कूल की दशा जिला परियोजना से 14 लाख रुपये खर्च करके सुधारी। विद्यालय के कक्षा-कक्षों की मरम्मत के साथ ही मुख्य गेट बनाया गया। कक्षों में नए फर्नीचर के अलावा खेल मैदान का समतलीकरण किया गया। विद्यालय के कायाकल्प से पहले क्षेत्र के 48 बच्चे पढ़ने आते थे जो इस नए शिक्षण सत्र में बढ़कर 140 हो गए। विद्यालय में वर्तमान में एक प्रधानाध्यापक व दो सहायक शिक्षक तैनात हैं। छात्र संख्या के मुताबिक दो शिक्षकों की और जरूरत है।प्रधानाध्यापक रनवीर सिंह ने बताया कि विद्यालय में दो अन्य शिक्षकों की तैनाती के लिए विभाग से कहा था लेकिन छात्र संख्या को देखते हुए तैनाती नहीं हुई है।
शौचालय हाईटेक, पानी की आपूर्ति नदारद
काशीपुर। राप्रावि का कायाकल्प तो हुआ लेकिन मूलभूत सुविधा से बच्चे आज भी वंचित हैं। बताया कि वर्ष 2020-21 में एबीईओ गीतिका जोशी ने विद्यालय परिसर में बच्चों के लिए दो लाख 20 हजार से हाईटैक शौचालय बनवाया था लेकिन अभी तक पानी की सप्लाई नहीं हो सकी। ऐसे में विद्यालय स्टाफ व बच्चों को पेयजल व शौचालय के लिए इधर-उधर से पानी की व्यवस्था करनी होती है। विद्यालय परिसर में लगा एक इंडिया मार्का हैंडपंप भी खराब पड़ा है।