खटीमा। नशामुक्ति केंद्र में रह रहे यूपी के एक युवक की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। पुलिस ने केंद्र पहुंचकर मृत युवक के शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। इससे पूर्व सितारगंज व किच्छा में भी नशा मुक्ति केंद्र में दो युवकों की मौत हो चुकी है।
लोहियाहेड रोड स्थित एक नशामुक्ति केंद्र में भर्ती यूपी के ग्राम भुड़ियापुर थाना नवाबगंज जिला फर्रूखाबाद निवासी भाष्कर यादव (36) पुत्र वीरेंद्र यादव की सोमवार देर शाम तबियत बिगड़ गई। केंद्र संचालक उसे टनकपुर रोड स्थित एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर उसकी हालत गंभीर होने पर भर्ती नहीं किया। इस पर संचालक युवक को उप जिला चिकित्सालय लेकर आए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रशासन की सूचना पर झनकइया पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम हाउस की मोर्चरी में रखवा दिया।नशामुक्ति केंद्र संचालक की सूचना पर मृतक के परिजन मंगलवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। एसआई प्रदीप शर्मा ने शव का पोस्टमार्टम कराया। मृतक के भाई गौरव यादव ने बताया कि उसका भाई भाष्कर यादव शराब का आदी था। उसे 16 जुलाई को नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था। 18 जुलाई की देर शाम नशामुक्ति केंद्र से उसके भाई की तबियत खराब होने की सूचना मिली और कुछ देर बाद उसकी मृत्यु होने की खबर आई। नशामुक्ति केंद्र के कर्मी आकाश देउपा ने बताया कि केंद्र में यूपी के अलावा जिले के नानकमत्ता, रुद्रपुर व चंपावत जिले के लोहाघाट सहित आसपास क्षेत्र के लगभग 31 मरीज भर्ती हैं। देउपा ने बताया कि नशामुक्ति केंद्र की स्थापना दिसंबर 2021 में हुई थी। झनकइया थानाध्यक्ष दिनेश फर्त्याल ने बताया कि मृतक के शरीर में कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है और मामले की जांच की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग टीम करेगी जांच
खटीमा। नशामुक्ति केंद्र में युवक की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग भी गंभीर है और विभागीय टीम भी मामले की जांच करेगी। जांच के दौरान लापरवाही सामने आई तो कार्रवाई भी होगी। उप जिला चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी डॉ. वीपी सिंह ने बताया कि लोहियाहेड रोड के नशामुक्ति केंद्र में भर्ती मरीज की संदिग्ध हालत में मौत का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम केंद्र व युवक की मौत के मामले की जांच पड़ताल करेगी। इससे पूर्व पीलीभीत रोड स्थित एक नशामुक्ति केंद्र को सील भी किया जा चुका है। कहा कि केंद्रों पर भर्ती होने वाले लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। अगर जांच में कोई भी कमी मिली तो कार्रवाई होगी।