Wednesday, December 17, 2025
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VIDEO: संसद में ‘एक भी मिला क्या?’—घुसपैठियों पर कल्याण बनर्जी के सवाल से नितिन गडकरी मुस्कुराए, ठहाकों से गूंजा परिसर

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान जहां सरकार और विपक्ष के बीच विभिन्न मुद्दों पर तीखी बहस जारी है, वहीं बुधवार को सदन परिसर में एक हल्का-फुल्का और मजेदार क्षण भी देखने को मिला। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद कल्याण बनर्जी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बीच हुए मजाकिया संवाद का वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर वहां मौजूद सांसदों के चेहरे खिल उठे और ठहाके लगने लगे।

संसद परिसर में बातचीत के दौरान टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में चल रही गहन मतदाता पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन—SIR) और घुसपैठियों के मुद्दे को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मजाकिया अंदाज में सवाल किया। समाचार एजेंसी एएनआई के वीडियो के अनुसार, बनर्जी कहते नजर आते हैं, “घुसपैठियों को बाहर फेंक देंगे… एक भी मिला क्या?” इस पर नितिन गडकरी मुस्कुराते हुए आगे बढ़ जाते हैं और कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं देते।

वीडियो में यह भी देखा गया कि इसके बाद कल्याण बनर्जी ने नितिन गडकरी को हल्के अंदाज में रोककर उनके कान में कुछ कहा। इस पर भी गडकरी मुस्कुराते हुए अपनी कार की ओर बढ़ गए। इसी दौरान केंद्रीय मंत्री ने अपनी कार की ओर इशारा करते हुए बताया कि यह हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ी है।

नितिन गडकरी द्वारा कार की खूबियां बताए जाने पर कल्याण बनर्जी ने चुटकी लेते हुए कहा, “आप क्या करेंगे इतना लेकर, एक-दो हमारे पास भी भेज दीजिए।” उन्होंने आगे मजाक में यह भी जोड़ दिया कि “आप जो अपने नौकर-वौकर के पास भेजते हैं, वही हमारे पास भेज दीजिए।” कल्याण बनर्जी की इस टिप्पणी पर वहां मौजूद सांसद हंसने लगे।

गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र में वंदे मातरम, मनरेगा का नाम बदले जाने सहित कई मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंक-झोंक देखने को मिल रही है। ऐसे राजनीतिक माहौल के बीच नितिन गडकरी और कल्याण बनर्जी के बीच हुआ यह हल्का-फुल्का संवाद चर्चा का विषय बन गया।

उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में गहन मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया शुरू की है। इस प्रक्रिया के तहत अब तक लगभग 58 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए जा चुके हैं। आंकड़ों के मुताबिक, 27 अक्टूबर तक राज्य के 7.66 करोड़ मतदाताओं में से केवल 7.08 करोड़ मतदाताओं को ही मसौदा मतदाता सूची में शामिल किया गया था।

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