हल्द्वानी। वर्ष 2017 और 2021-22 के लाभार्थियों को नंदा गौरा योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। जिला स्तरीय समिति ने छात्राओं की सूची शासन को भेज दी है, लेकिन अभी तक राशि का भुगतान नहीं हो सका है। समय पर योजना की राशि खाते में न आने से बालिकाओं में निराशा है।
बाल विकास विभाग की नंदा गौरा योजना के तहत बालिका को जन्म के समय 11,000 और 12वीं पास करने पर 51,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। वर्ष 2017 में योजना के लाभ पाने से वंचित रहीं 223 बालिकाओं ने दिसंबर 2021 में दोबारा आवेदन किया था, लेकिन इन्हें अबतक योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। योजना के तब के शासनादेश के अनुसार इन बालिकाओं को पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जानी है। वर्तमान में योजना के तहत बालिकाओं को जन्म के समय 11 हजार और इंटर के बाद 51 हजार रुपये की राशि दी जाती है।
जिले में वर्ष 2021-22 में योजना से लाभान्वित होने के लिए 4657 बालिकाओं ने आवेदन किया था। वहीं जन्म के समय 1545 बच्चियों का इसके लिए आवेदन कराया गया था। जिला स्तरीय समिति ने लाभार्थियों की सूची शासन को भेज दी है, लेकिन इन्हें भुगतान नहीं हो सका है। योजना की राशि लाभार्थियों के खातों में डीबीटी की जाती है। स्कीम के तहत प्रदेश की गरीब कन्याओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। लंबे समय से इसका लाभ न मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बालिकाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नंदा गौरा योजना के लाभार्थियों की सूची निदेशालय को भेज दी गई है। भुगतान को लेकर कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है। – मुकुल चौधरी, जिला परियोजना अधिकारी बाल बिकास।
वर्ष 2017 और 21-22 के लाभार्थियों को नहीं मिला नंदा गौरा योजना का लाभ
RELATED ARTICLES