लोहाघाट (चंपावत)। विकासखंड लोहाघाट के नेपाल सीमा से लगे कमलेड़ी गांव की 14 वर्षीय छात्रा की डायरिया से मौत हो गई। गंभीर हालत में छात्रा को उप जिला अस्पताल लाया जा रहा था लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। अगर रात में ही छात्रा अस्पताल पहुंच जाती तो उसकी जान बच सकती थी।
कमलेड़ी गांव निवासी गंगा राम की पुत्री प्रियंका (14) जीआईसी रौंसाल में कक्षा छह की छात्रा थी। गंगा राम चार दिन पूर्व काम के लिए दिल्ली गए थे। सोमवार शाम से प्रियंका को उल्टी-दस्त हो रहे थे लेकिन क्षेत्र में कोई अस्पताल न होने और लोहाघाट का अस्पताल काफी दूर होने के कारण परिजन उसे रात में अस्पताल नहीं ला सके। अकेली मां नीलावती देवी मंगलवार सुबह प्रियंका को गंभीर हालत में उप जिला अस्पताल लाई। डॉ. कृति विश्वकर्मा और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जुनैद कमर ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया। बताया कि प्रियंका डायरिया की चपेट में आ गई थी। इलाज मिलने में देरी होने के कारण अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया था। डॉ. जुनैद ने बताया कि उल्टी-दस्त होने पर परिजनों ने छात्रा को घर में ओआरएस तक नहीं दिया था जबकि गांव में ओआरएस न होने पर पानी में चीनी, नमक घोलकर पिलाया जा सकता था। डॉ. जुनैद ने बताया कि डायरिया से छात्रा की मौत के बाद फोन कर गांव में अन्य लोगों की स्थिति पूछी गई तो बताया गया कि गांव में अन्य कोई व्यक्ति डायरिया से पीड़ित नहीं है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष एलएम कुंवर ने भी गांव में डायरिया का प्रकोप नहीं बताया लेकिन उन्होंने गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की मांग की है।
कमलेड़ी गांव में डायरिया की चपेट में आने से छात्रा की मौत
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