सर्जिकल कारोबारी को ऑनलाइन सामान मंगाने के लिए आर्डर करना महंगा पड़ गया। उन्होंने ऑललाइन ऑर्डर किया तो एक कॉल आई। काल करने वाले खुद को बड़ी सर्जिकल कंपनी से जुड़ा बताकर पीड़ित को आर्डर भेजने का झांसा देकर 1.50 लाख रुपये अपने दिए बैंक खाते में जमा करा लिए।
साइबर ठगी सर्जिकल सामान की फर्म डीवी एसोसिएट चलाने वाले राहुल चौहान निवासी गुरू रोड के साथ हुई। उनके पास सर्जिकल सीरिंज की कमी थी। उन्होंने सीरिंज मंगवाने के लिए गूगल पर सर्च किया। इस दौरान इंडिया मार्ट एप्लिकेशन पर उन्होंने अपना आर्डर और मोबाइल नंबर डाल दिया। बीते 12 जनवरी को उन्हें एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को सन फर्मास्यूटिकल इंडिस्ट्री से जुड़ा बताया। कहा कि वह गुजरात से बोल रहा है। इसके बाद पीड़ित से कहा कि उन्हें कितना सामान चाहिए। इसकी कीमत बताई। आर्डर भेजने से पहले रकम जमा कराने के लिए एक खाता की डिटेल भेजी। उसमें सामान मंगाने के लिए कारोबारी ने डेढ़ लाख रुपये जमा करवा दिए। इसके बाद काफी समय तक उनका आर्डर नहीं पहुंचा। जिस नंबर संपर्क कर रकम जमा वह भी कुछ दिन बाद बंद आने लगा। इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में तहरीर दी। तहरीर वहां से पटेलनगर थाने भेजी गई। इंस्पेक्टर पटेलनगर रविंद्र यादव ने बताया ने बताया कि पीड़ित की तहरीर अज्ञात साइबर ठग के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
सर्जिकल कारोबारी ऑनलाइन सामान मंगाने के झांसे में ठगे गए
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