क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी के गोदाम निरीक्षण की कार्रवाई पर गुस्साए पूर्ति निरीक्षकों ने कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। वहीं पूर्ति विभाग के अधिकारियों को अपने विभाग की कार्यप्रणाली ही मालूम नहीं हैं। क्षेत्रीय खाद्य पूर्ति अधिकारी गोदामों का निरीक्षण कर सकता है कि नहीं। इसकी पुष्टि भी जांच कमेटी से कराई जा रही है। जनपद के पूर्ति विभाग अपने अधिकारियों के अधिकारों को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। बीते शनिवार को क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी (एआरओ) आरती भट्ट घटतोली की शिकायत पर ज्ञानसू स्थित गोदाम पहुंचीं थीं। यहां गोदाम प्रभारी ने एआरओ को अभिलेख दिखाने से इंकार कर दिया था। इस पर एआरओ ने गोदाम को सील कर दिया था। वहीं पूर्ति निरीक्षक ने एआरओ को गोदाम निरीक्षण का अधिकार न होने की बात कहते हुए इस कार्रवाई को मानने से ही इंकार कर दिया था।
अब गोदाम निरीक्षण की कार्रवाई पर पूर्ति निरीक्षकों ने नाराजगी जताते हुए डीएम से जनपद के दो क्षेत्रीय खाद्य अधिकारियों के अन्य जनपदों में स्थानांतरण की मांग की। वहीं पूर्ति विभाग अभी यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी को निरीक्षण का अधिकार है कि नहीं। विभाग का कहना है कि इस संबंध में भी जांच की जा रही है।
शासनादेश के अनुसार निरीक्षक स्तर से ऊपर के अधिकारी गोदामों का निरीक्षण कर सकता है। यदि एआरओ निरीक्षण नहीं कर सकता है तो वह गोदामों का वार्षिक सत्यापन कैसे कर सकता है। इस वर्ष गोदामों को वार्षिक सत्यापन एआरओ से कराया गया है। –आरती भट्ट, एआरओ, उत्तरकाशी।
क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी गोदाम का निरीक्षण कर सकते हैं या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। – संतोष भट्ट, डीएसओ, उत्तरकाशी।
एआरओ को निरीक्षण का अधिकार है कि नहीं यह भी जांच का हिस्सा है। जल्द जांच पूर्ण कर जिलाधिकारी को सौंप दी जाएगी। – सीएस चौहान, एसडीएम भटवाड़ी (जांच कमेटी के अध्यक्ष)।