ऋषिगंगा घाटी में ग्लेशियर पिघलने से मंगलवार सुबह धौली नदी उफान पर आ गई। एनटीपीसी ने सायरन बजाकर घाटी में मौजूद लोगों को सचेत किया। एनटीपीसी की जनसंपर्क अधिकारी नवजोत कौर ने बताया, मंगलवार सुबह लगभग 6:30 बजे नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ने पर अर्ली अलार्म सिस्टम बजाया गया।
इससे परियोजना स्थल के आसपास मौजूद कर्मचारी और ग्रामीण सुरक्षित स्थानों मे पहुंच गए। पानी बढ़ने से परियोजना के काम में बाधा पहुंची है। अब नदी के बहाव की दिशा बदलने का प्रयास किया जा रहा है। उधर,एनटीपीसी की तपोवन-विष्णुगाड़ परियोजना की ठेकेदार कंपनी ऋत्विक के प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश डिमरी ने बताया कि बैराज साइट में काम के दौरान आरपार आने जाने को एक अस्थाई कलवर्ट बनाया गया था, जो धौली नदी के बहाव की चपेट में आकर बह गया।
उत्तराखंड में आपदा! ग्लेशियर पिघलने से उफान पर धौली नदी,घाटी में दहशत
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