अल्मोड़ा। जिले में कई सड़कों की हालत खराब है। सड़कों में गड्ढे दुर्घटना के कारण बन रहे हैं। जिले में कुल 57 डेंजर जोन चिह्नित किए गए हैं। खस्ताहाल सड़कों में ओवर स्पीड वाहन चलाने पर भी हादसे हो रहे हैं। ओवर स्पीड और खस्ताहाल सड़कों के कारण पिछले 15 दिनों में जिले में पांच सड़क हादसे हुए जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए।
राष्ट्रीय राजमार्ग अल्मोड़ा-हल्द्वानी
यह मार्ग लंबे समय से खस्ताहाल है। मार्ग में कई स्थानों पर डामर उखड़ने से गड्ढे बन गए हैं। इन गड्ढों में रपटकर अब कर कई दोपहिया वाहन चोटिल हो चुके हैं।
अल्मोड़ा-रानीखेत मोटर मार्ग
इस मार्ग की हालत भी अच्छी नहीं है। इस सड़क में भी कई स्थानों पर डामर उखड़ने से गड्ढे बन गए हैं। कुछ स्थानों पर सड़क किनारे की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हुई है। वाहनों को पास देने पर कई बार दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
एलआरसाह मार्ग
इस मार्ग की स्थिति खराब है। मार्ग में कई स्थानों पर गड्ढे बने हैं। बारिश होने पर इन गड्ढों में पानी भर जाता है, जिससे सड़क में ही तालाब बन जाता है।
अल्मोड़ा-बागेश्वर मोटर मार्ग
मार्ग में भी कई स्थानों पर गड्ढे बने हैं। कुछ स्थानों पर सड़क किनारे सुरक्षा दीवारें टूटने के कगार पर हैं। बरसात में इन सड़कों की हालत अधिक खराब हो जाती है। गड्ढे भरी सड़कों से सफर करने पर दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
अल्मोड़ा में सर्वाधिक 28 डेंजर जोन
सोमेश्वर तहसील में क्षेत्र में नौ, लमगड़ा में तीन, द्वाराहाट में दो, भतरौंजखान में तीन, सल्ट में दो, अल्मोड़ा में सर्वाधिक 28 डेंजर जोन है। लोक निर्माण अल्मोड़ा निर्माण खंड द्वितीय में सात, राष्ट्रीय राजमार्गों में तीन समेत जिले में कुल 57 डेंजर जोन हैं।
दो महीने में जिले में हुए सड़क हादसे
15 अप्रैल: झांकरसैम मंदिर के पास बस पलट गई थी जिसमें 18 यात्री घायल हो गए थे।
18 अप्रैल: भतरौंजखान-रामनगर मोटर मार्ग में टोटाम के पास कैंटर खाई में गिर गया था। वाहन में तीन यात्री थे, जिसमें से एक की मौत, दो घायल हुए थे।
05 जून: लमगड़ा-शहरफाटक मोटर मार्ग कार सड़क में पलट गई थी। वाहन में कुल पांच यात्री सवार थे, जिसमें से एक की मौत हो गई और चार घायल हो गए।
07 जून: द्वाराहाट में जालली के पास नागार्जुन मोटर मार्ग में जीप खाई में गिर गई थी। वाहन में चार यात्री सवार थे, जिसमें से तीन की मौत हो गई और एक घायल हो गया।
08 जून: रानीखेत तहसील के अंतर्गत मल्ली पातली वमस्यूं के पास डंपर खाई में गिर गया था। दुर्घटना में चालक घायल हो गया था। हादसों को रोकने के लिए समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाते हैं। ओवर लोडिंग वाहन, नशे में वाहन चलाने, ओवर स्पीड वाहन चलाने पर संबंधित का चालान किया जाता है। यदि कोई चालक वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करते हुए पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ भी चालानी कार्रवाई की जाती है। – गुरुदेव सिंह, आरटीओ
बागेश्वर में 12 डेंजर जोन और 298 दुर्घटना संभावित क्षेत्र
बागेश्वर। जिले की सड़कों में 12 स्थानों पर डेंजर जोन चयनित हैं। 298 क्षेत्रों का चयन दुुर्घटना संभावित क्षेत्रों के रूप में किया गया है। दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में लोनिवि बागेश्वर की 217, लोनिवि कपकोट की 71 और पीएमजीएसवाई की 10 सड़कें शामिल हैं। परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अधिकतर दुर्घटना संभावित स्थल बागेश्वर-कपकोट-शामा-तेजम मोटर मार्ग में हैं। इस सड़क का भारत माला परियोजना के तहत चौड़ीकरण किया जाना है। जिले में 19,931 वाहन पंजीकृत हैं। एआरटीओ केसी पलड़िया ने बताया कि विभाग की ओर से नियमित अभियान चलाकर वाहनों की फिटनेस जांची जाती है।
खस्ताहाल सड़कों में ओवर स्पीड़ से बढ़ रहे हैं सड़क हादसे
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