हल्द्वानी। नैनीताल रोड पर कोतवाली और भोटिया पड़ाव पुलिस चौकी के बीच एक मोबाइल स्टोर से एक करोड़ की कीमत के मोबाइल फोन और डेढ़ लाख रुपये चोरी हो गए। चोर शुक्रवार तड़के शटर तोड़कर दुकान में घुसे थे। उन्होंने करीब एक घंटे तक इत्मीनान से दुकान खंगाली। सीसीटीवी में चोरों की फुटेज आई है लेकिन चेहरे ढंके होने की वजह से उनकी पहचान नहीं हो सकी है।नैनीताल रोड स्थित सीतापुर नेत्र चिकित्सालय के सामने एक नामचीन कंपनी का मोबाइल स्टोर है। शुक्रवार सुबह 9:30 बजे कर्मचारी शोरूम खोलने आए तो उन्होंने देखा कि शटर नीचे से उठा हुआ है। कर्मचारी शटर खोलकर अंदर गए तो सामान अस्त-व्यस्त था। बाहर मोबाइल फोन की डमी रहती है जबकि अंदर स्टोर रूम में मोबाइलों को रखा जाता है। वहां रखे गए मोबाइल फोन गायब थे। इसकी सूचना कर्मचारियों ने तुरंत आगरा में मौजूद स्टोर के स्वामी विष्णु खंडेलवाल को दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू की। एसएसपी पंकज भट्ट, एसपी क्राइम हरबंस सिंह, सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी और अन्य पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि सुबह 3:55 बजे स्टोर के बाहर सात लोग मौजूद थे और एक चादर लिए हुए थे। इनमें से दो लोगों ने चादर की आड़ में नीचे बैठकर शटर को उठाया और तुरंत ही अंदर चले गए। करीब 4:15 बजे दो चोर मोबाइल स्टोर के अंदर घुसे। दोनों तुरंत ही उस स्टोर में पहुंचे जहां मोबाइल फोन रखे रहते हैं। दोनों ने ही डिब्बों से फोन निकाले और पांच बजे स्टोर से चले गए। इस दौरान बाहर खड़े पांच लोग इधर-उधर नजर रख रहे थे। स्टोर की मैनेजर रोशनी बिष्ट ने बताया कि करीब 160 मोबाइल फोन चोरी हुए हैं जिनकी कीमत एक करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। इसके साथ ही अंदर रखे डेढ़ लाख रुपये भी चोरी हो गए। चोर इतने शातिर थे कि उन्होंने बाहर रखे डमी मोबाइलों को नहीं छुआ। इन मोबाइलों में अलार्म लगा होता है। अगर चोर इन्हें छूते तो अलार्म बज जाता। एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही चोरी का खुलासा कर दिया जाएगा। हालांकि पुलिस का कहना है कि यहां रखे मोबाइल की अधिकतम कीमत 70 हजार और न्यूनतम कीमत 25 हजार रुपये है। इसलिए अनुमान है कि मोबाइलों की कीमत 70 लाख से ज्यादा नहीं होगी।
चौकी-कोतवाली से 500 मी. दूर डीएम कैंप कार्यालय के सामने हुई वारदात
चोरी की यह वारदात जहां हुई वहां से भोटिया पड़ाव पुलिस चौकी और कोतवाली बमुश्किल आधा किमी की दूरी पर होंगे। डीएम कैंप कार्यालय भी सामने है। इसके बाद भी यहां पुलिस की गश्त सुस्त दिखाई पड़ रही है जिस वजह से तड़के ही मोबाइल चोरी की घटना हो गई। चोर इतने बेखौफ थे कि उन्होंने रात को नहीं बल्कि सुबह को इस घटना को अंजाम दिया है।
मोतिहारी के गैंग पर शक
हल्द्वानी। इस मोबाइल स्टोर में चोरी करने की कोशिश तीन महीने पहले भी हुई थी। तब पुलिस ने इस कोशिश को नाकाम कर दिया था। साथ ही एक युवक को पकड़ा भी था। पूछताछ में पता चला था कि वह मोतिहारी के घोड़ा सहन गैंग का सदस्य है। सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस ने दावा किया है कि चोरी वाली घटना में वह भी शामिल हो सकता है। इधर तीन महीने पहले स्टोर प्रबंधन को पुलिस ने सूचना दी थी कि वह अपने स्टोर की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर ले। इसके बाद स्टोर प्रबंधन ने यहां एक एजेंसी से गार्ड को तैनात कर दिया। हालांकि गार्ड की ओर से अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से नहीं की जा रही थी। पुलिस ने कई बार स्टोर प्रबंधन को बताया था कि गार्ड सामने एक बैंक के एटीएम में जाकर सो जाता है। गार्ड बृहस्पतिवार को रात 8:30 बजे आया था। सीसीटीवी में देखने पर पता चला कि वह रात को 9:30 बजे ही ड्यूटी से चला गया। अगर गार्ड सुबह के समय यहां होता तो चोरी की ये वारदात नहीं होती। पुलिस ने गार्ड से भी पूछताछ की है।
नेपाल में बेच दिए जाते हैं मोबाइल
हल्द्वानी। स्टोर में मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि जिस तरह से मोबाइल के चार्जर और डिब्बों को यहीं छोड़ दिया गया है उससे लगता है चोरों ने मोबाइल को नेपाल में बेचने का प्लान बनाया है। बताया कि नेपाल में भारत के मोबाइलों को आसानी से बेचा जा सकता है। वहां भारत से चोरी किए गए महंगे मोबाइलों को सस्ते दामों में बेचा जाता है। चोरी की घटना में मोतिहारी के गैंग पर शक है। तीन टीमों को जांच के लिए लगा दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पहले भी इस गैंग की सक्रियता एक मामले में सामने आ चुकी है। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। – पंकज भट्ट, एसएसपी, नैनीताल
एक घंटे में एक करोड़ के मोबाइल ले गए चोर
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