Thursday, October 31, 2024
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‘कार्य विस्तार के लिए 1.20 लाख दोगे, तभी फाइल आगे बढ़ेगी’

पंतनगर। पंतनगर विवि में अनियमितताओं के नित नए कारनामे सामने आ रहे हैं। ताजा मामले में विवि के सह निदेशक श्रम कल्याण के दो ऑडियो वायरल हुए हैं। इसमें वाह्य सेवादाता एजेंसी के मालिक से छह माह कार्य विस्तार देने के एवज में 1.20 लाख रुपये की मांग की जा रही है। मामले में सह निदेशक की सफाई आई है कि उन्होंने मजाकिया अंदाज में यह बात कही थी। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय की इकाइयों में विभिन्न पदों पर लगभग 1900 ठेका कर्मी कार्यरत हैं। इन्हें वाह्य सेवादाता एजेंसी के माध्यम से वेतन आदि का भुगतान होता है और एजेंसी को इस सेवा के लिए दो से पांच प्रतिशत तक सर्विस चार्ज मिलता है। वाह्य सेवादाता एजेंसी के लिए टेंडर प्रक्रिया अपनाकर प्रति दो वर्ष के लिए अनुबंध किया जाता है।
वर्ष 2016 से इस कार्य को पांच प्रतिशत सर्विस चार्ज पर टीडीएस मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कर रही थी लेकिन अक्तूबर 2020 में एजेंसी का कार्यकाल समाप्त होने और कोविड काल के चलते अगले अनुबंध में विवि प्रशासन की ओर से सर्विस चार्ज घटाने पर कंपनी ने कार्य करने से इनकार कर दिया। इसके बाद नवंबर 2020 में दिल्ली की जीडीएक्स फैसिलिटी एंड मैनेजमेंट सर्विसेज ने विवि प्रशासन से दो प्रतिशत सर्विस चार्ज पर कार्य करने का अनुबंध कर लिया। अगले माह यह अनुबंध समाप्त होने वाला था जिसकी टेंडर प्रक्रिया में शिथिलता बरतते हुए अगले छह माह का कार्य विस्तार देने के लिए कथित तौर पर सह निदेशक श्रम कल्याण डॉ. बीके खंडूरी (सह प्राध्यापक मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान) ने जीडीएक्स एजेंसी के संचालक देवेंद्र त्यागी से 1.20 लाख रुपये की मांग की थी जिसका ऑडियो वायरल हो रहा है।
मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्य कार्मिक अधिकारी आशीष भटगाई ने बीती सात अक्तूबर को कुलपति की संस्तुति पर तत्काल प्रभाव से डॉ. खंडूरी को सह निदेशक श्रम कल्याण के पद से हटाकर उनका प्रभार अपर निदेशक प्रशासन डॉ. नवनीत पारीख को सौंप दिया है।हैरानी की बात है कि विवि प्रशासन ने मामले की जांच कराना भी मुनासिब नहीं समझा जबकि टेंडर प्रक्रिया में शिथिलता अपनाकर छह-छह माह के कार्य विस्तार लंबे समय से दिया जा रहा है। मामले में विवि का पक्ष जानने के लिए कुलपति से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने रिपोर्टर को लगभग डेढ़ घंटे इंतजार कराने के बाद भी मिलने की जहमत नहीं उठाई।मैंने मजाक-मजाक में यह बात कह दी थी, रिश्वत मांगना मेरा उद्देश्य नहीं था। मुझे पता नहीं था कि वह इस तरह से ऑडियो वायरल कर देगा। – डॉ. बीके खंडूरी, सह प्राध्यापक मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान
मुझसे आज तक विवि के किसी अधिकारी ने घूस आदि की मांग नहीं की है। वायरल ऑडियो में किसकी आवाज है इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। – संतोष कुमार, पंतनगर शाखा प्रबंधक, जीडीएक्स फैसिलिटी एंड मैनेजमेंट
वायरल ऑडियो के संबंध में मुझे जानकारी नहीं है। अभी मैं चिकित्सकीय अवकाश पर हूं। शुक्रवार को विश्वविद्यालय जाने के बाद मामले के बारे में पता किया जाएगा। – डॉ. एके शुक्ला, कुलसचिव, पंतनगर विश्वविद्यालय

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