राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करने और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए अधिक नागरिक सैन्य संयुक्तता जरूरी है। भारत एक शांति प्रिय राष्ट्र है, पर जो भी बुरी नजर डालेगा, उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। राष्ट्रीय सुरक्षा की अवधारणा व्यापक हो गई। पिछले आठ सालों में भारत की छवि विश्व में काफी बढ़ी है और दुनिया ने मान लिया कि भारत अब कमजोर नहीं, ताकतवर भारत बन गया। उक्त बातें लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में 28वें संयुक्त नागरिक-सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम में और सेंट जार्ज कालेज में पत्रकारों से वार्ता के दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कही। केंद्रीय मंत्री ने अफसरों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया पारंपरिक युद्ध से कहीं अधिक चुनौतियों का सामना कर रही है। शांति के दौरान भी कई मोर्चों पर युद्ध जारी है। कहा कि एक पूर्ण युद्ध किसी देश के लिए उतना ही घातक होता है, जितना उसके दुश्मनों के लिए, इसलिए पिछले कुछ दशकों में पूर्ण पैमाने पर युद्धों से बचा गया। उनकी जगह पर्दे के पीछे और गैर-लड़ाकू युद्धों ने ले ली है। कहा कि प्रौद्योगिकी, आपूर्ति लाइन, सूचना, ऊर्जा, व्यापार प्रणाली, वित्त प्रणाली आदि को हथियार बनाया जा रहा, जो आने वाले समय में हमारे खिलाफ एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
मित्र देशों की जरूरतों को भी पूरा कर रहा भारत
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कहा कि सुरक्षा चुनौतियों के इस व्यापक दायरे से निपटने के लिए लोगों के सहयोग की जरूरत है। जोर देकर कहा कि सरकार द्वारा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के सृजन और सैन्य मामलों के विभाग की स्थापना के साथ नागरिक-सैन्य संयुक्तता की पूर्ण प्रक्रिया शुरू की गई। ये फैसले देश को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने में मददगार साबित हो रहे हैं। सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उठाए गए कदमों के परिणाम सामने आने लगे हैं। अब भारत न केवल अपने सशस्त्र बलों के लिए उपकरण बना रहा, बल्कि मित्र देशों की जरूरतों को भी पूरा कर रहा, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड के दृष्टिकोण के अनुरूप है। रक्षामंत्री विश्वास जताया कि अकादमी में संयुक्त नागरिक-सैन्य जैसे कार्यक्रम नागरिक-सैन्य एकीकरण की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कहा कि संस्थान अपने प्रशिक्षण के माध्यम से सिविल सेवा के अधिकारियों का पोषण कर रहा, जिन्हें देश की प्रणाली के स्टील फ्रेम के रूप में जाना जाता है। राजनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पूर्व रक्षामंत्री के अकादमी में पहुंचने पर निदेशक श्रीनिवास कटिकितला ने स्वागत किया।
भाजपाइयों ने पहाड़ी टोपी पहना किया स्वागत
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेंट जार्ज कालेज में भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने पहाड़ी टोपी और शाल पहनाकर रक्षामंत्री का स्वागत किया। इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष ने मसूरी के छावनी क्षेत्र में फ्री होल्ड समेत सिविल क्षेत्र को पालिका क्षेत्र में मिलाने की मांग का ज्ञापन सौंपा। हैलीपैड पर पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, कुशाल सिंह राणा, विजय रमोला, गीता कुमाईं, सतीश चंद्र ढौंढियाल, अमित पंवार, भरत सिंह कुमाईं ने स्वागत किया। इस मौके पर सपना, अभिलाष, मनोज रेंगवाल, सुंदर सिंह पंवार, ओपी थपलियाल, जसोदा शर्मा आदि मौजूद थे।
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